*सरकारी पाठशालाओं की जांच के लिए चलेगा अभियान*
अभियान के तहत हो रही विद्यालयों की जांच*
*- शिक्षण व्यवस्था में सुधार की कवायद*
हनुमानगढ़.
सरकारी विद्यालयों की पढ़ाई व्यवस्था और बेहतर करने तथा कमियों को दुरुस्त करने के उद्देश्य से राज्य सरकार की ओर से 'शिक्षा मंत्री चले विद्यालयों की ओर' अभियान चलाया जा रहा है। इसमें शिक्षा मंत्री तथा शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारी विद्यालयों की व्यवस्था जांच कर कमियां दूर करने का निर्देश दे रहे हैं। साथ ही विद्यालय विकास को लेकर कार्ययोजना भी तैयार करवाई जा रही है। बड़ी बात यह है कि अभियान के तहत विद्यालयों की जांच के दौरान यूथ एवं ईको क्लब, समसा राजस्थान आदि अंकित नहीं पाए जाने पर निरीक्षणकर्ताओं ने कड़ी आपत्ति जताई। इसके बाद कई सरकारी विद्यालयों के प्रवेश द्वार के पास यह अंकित कराया जा रहा है। इस अभियान के तहत कई जिलों में विद्यालयों की जांच हो चुकी है। हनुमानगढ़ में अभी यह अभियान शुरू नहीं हुआ है। मगर यहां जल्दी शुरू हो सकता है। क्योंकि शिक्षा मंत्री जिले के प्रभारी मंत्री भी हैं।
*लगानी होगी अतिरिक्त कक्षाएं*
माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने सभी जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों (मुख्यालय) को अपने जिलों में बोर्ड परीक्षा परिणाम सुधार के लिए अतिरिक्त कक्षाएं लगाने का निर्देश दिया है। अद्र्धवार्षिक परीक्षा परिणाम के आधार पर कमजोर विद्यार्थियों को चिह्नित कर उनके लिए अतिरिक्त कक्षाएं लगाई जाएंगी। साथ ही मेधावी विद्यार्थियों पर भी विशेष ध्यान देने को कहा गया है ताकि सरकारी पाठशालाओं के होनहार अधिकाधिक संख्या में मेरिट में स्थान बना सके। बोर्ड कक्षाओं का पाठ्यक्रम अद्र्धवार्षिक परीक्षा से पूर्व पूर्ण करने को कहा गया है। गौरतलब है कि बोर्ड परीक्षाएं अगले साल फरवरी के तीसरे सप्ताह से शुरू हो जाएंगी।
अभियान के तहत हो रही विद्यालयों की जांच*
*- शिक्षण व्यवस्था में सुधार की कवायद*
हनुमानगढ़.
सरकारी विद्यालयों की पढ़ाई व्यवस्था और बेहतर करने तथा कमियों को दुरुस्त करने के उद्देश्य से राज्य सरकार की ओर से 'शिक्षा मंत्री चले विद्यालयों की ओर' अभियान चलाया जा रहा है। इसमें शिक्षा मंत्री तथा शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारी विद्यालयों की व्यवस्था जांच कर कमियां दूर करने का निर्देश दे रहे हैं। साथ ही विद्यालय विकास को लेकर कार्ययोजना भी तैयार करवाई जा रही है। बड़ी बात यह है कि अभियान के तहत विद्यालयों की जांच के दौरान यूथ एवं ईको क्लब, समसा राजस्थान आदि अंकित नहीं पाए जाने पर निरीक्षणकर्ताओं ने कड़ी आपत्ति जताई। इसके बाद कई सरकारी विद्यालयों के प्रवेश द्वार के पास यह अंकित कराया जा रहा है। इस अभियान के तहत कई जिलों में विद्यालयों की जांच हो चुकी है। हनुमानगढ़ में अभी यह अभियान शुरू नहीं हुआ है। मगर यहां जल्दी शुरू हो सकता है। क्योंकि शिक्षा मंत्री जिले के प्रभारी मंत्री भी हैं।
*लगानी होगी अतिरिक्त कक्षाएं*
माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने सभी जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों (मुख्यालय) को अपने जिलों में बोर्ड परीक्षा परिणाम सुधार के लिए अतिरिक्त कक्षाएं लगाने का निर्देश दिया है। अद्र्धवार्षिक परीक्षा परिणाम के आधार पर कमजोर विद्यार्थियों को चिह्नित कर उनके लिए अतिरिक्त कक्षाएं लगाई जाएंगी। साथ ही मेधावी विद्यार्थियों पर भी विशेष ध्यान देने को कहा गया है ताकि सरकारी पाठशालाओं के होनहार अधिकाधिक संख्या में मेरिट में स्थान बना सके। बोर्ड कक्षाओं का पाठ्यक्रम अद्र्धवार्षिक परीक्षा से पूर्व पूर्ण करने को कहा गया है। गौरतलब है कि बोर्ड परीक्षाएं अगले साल फरवरी के तीसरे सप्ताह से शुरू हो जाएंगी।
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